सामाजिक

डॉक्टर हेमचंद्र जांगड़े बड़े रामनामी भजन मेला भारतपुर में पहुचे।

 

बिलाईगढ़– बिलाईगढ़ ब्लॉक के ग्राम भारतपुर में आयोजित तीन दिवसीय रामनमी भजन मेला में बतौर मुख्य अतिथि डॉक्टर हेमचंद्र जांगड़े पूर्व सदस्य अनुसूचित जाति आयोग शामिल हुए । इस अवसर पर मेला समिति के लोगों ने रामनामि गमछा , मोर मुकुट,और पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। अपने संबोधन में रामनामी समाज के गौरवशाली इतिहास का जिक्र करते हुए बताया कि किस प्रकार 100 वर्ष पूर्व चारपारा से रामनामी भजन मेले की शुरुआत हुई। पूज्य बाबू जी श्री रेशमलाल जांगड़े ने इस मेले को आगे बढ़ाने फलीभूत करने हमेशा प्रयास किया।

1962 में जांजगीर के ठठारी गांव में रामनामी भजन मेला में तत्कालीन राष्ट्रीय नेता बाबू जगजीवन राम को लेकर आए। और 1991 में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा जी को अपने गृह ग्राम परसाडीह के नजदीक कैथा ग्राम में आयोजित रामनामी भजन में लाने का श्रेय जाता है। उनके मार्गदर्शन बिना कोई भी भजन मेला संपन्न नहीं होता था। उन्होंने पूरे रामनामीय और सतनामी समाज को बांधे रखा। उनके नेतृत्व में ही पूरे प्रदेश में नदी के एक तरफ और दूसरे तरफ एक ही भजन आयोजित होता था। समाज को सुधारने बढ़ाने जागृत करने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है।
गांव- गांव पैदल घूमकर पूरे समाज में शिक्षा,का विस्तार किया,खान पान में शुद्धता लाई छुआछूत का जमकर विरोध किया। और संसद से कानून भी पास कराया। साथ ही गिरोदपुरी की पहचान पूरे प्रदेश में कराई मेले की शुरुआत उन्ही की देन है।

 

Related Articles

Back to top button