छत्तीसगढ़

महाविद्यालय बिलाईगढ़ में बौद्धिक संपदा अधिकार पर कार्यशाला का आयोजन हुआ।

बिलाईगढ़-शासकीय शहीद वीर नारायण सिंह महाविद्यालय बिलाईगढ़ में भूगोल विभाग परिषद के द्वारा छात्रों के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आई पी आर) विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यवक्ता के रूप में डॉ अरुण प्रकाश को आमंत्रित किया गया था, जो कि शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अभनपुर, जिला रायपुर में भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। इस कार्यशाला में डॉ प्रकाश ने छात्रों को बौद्धिक संपदा अधिकार के विषय में परिचय कराते हुए इसके विभिन्न प्रकारों पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया। उन्होंने बताया कि मानव के पास संपत्ति दो रूपों में होती है एक भौतिक संपत्ति जैसे भूमि, सोना चांदी, रुपए, बैंक बैलेंस आदि और दूसरा बौद्धिक संपत्ति जैसे किसी वैज्ञानिक का आविष्कार जो उसके पास पेटेंट के रूप में होता है, इसी प्रकार किसी कलाकार का गायन या संगीत की रिकॉर्डिंग अथवा लेखक की रचना कॉपीराइट के रूप में, एवं किसी कंपनी की ब्रांड नाम ट्रेडमार्क के रूप में। वर्तमान समय में इसकी बड़ी महत्ता है आज हमें बड़ी कंपनी बनाने के लिए केवल बड़ी मशीनरी की आवश्यता नहीं है हम अपने मस्तिष्क का उपयोग कर रचनात्मक कार्यों या आविष्कारों से भी बड़ी मात्रा में धनार्जन कर सकते हैं। आगे उन्होंने इसके आवेदन की प्रक्रिया, इसे सुरक्षित रखने की पद्धति के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा किया। छात्रों ने इसमें बड़ी संख्या में भाग लिया तथा अपने प्रश्न भी वक्ता के समक्ष रखें जिनका समाधान किया गया। इस अवसर पर पंकज साहू (सहा प्राध्या भूगोल) एवं नरेंद्र राकेश (ज भा शि भूगोल) उपस्थित रहे।

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