छत्तीसगढ़

रूखमणी राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी- सुश्री आकृति तिवारीजी श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से मन और मस्तिष्क की शुद्धि होती है- पूर्व संसदीय सचिव चंद्रदेव प्रसाद राय गुरु जी

बिलाईगढ़– ग्राम पंचायत बेल्हा में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन फिरतू राम साहू -राधाबाई, शंकरलाल साहू -लीलाबाई ,रामानंद साहू- तिरथ साहू, त्रिलोकी अनिता एवं उनके परिवार द्वारा विश्वमंगल हेतु संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा आयोजित है। यह कथा 11 मार्च से 18 मार्च 2025 मंगलवार को तुलसी वर्षा सहस्त्रधारा हवन पूर्णाहूती के साथ विश्राम लेगी । कथा प्रतिदिन दोपहर लगभग 3 बजे से हरि इच्छा तक जारी है । आयोजक परिवार एवं कथावाचिका सुश्री आकृति तिवारीजी ने अधिक से अधिक लोगों को आकर इस कथा से लाभ उठाने के लिए निवेदन किए हैं।

श्रीधाम वृंदावन से आई हुई सुश्री आकृति तिवारीजी ब्यासासीन होकर अपनी मधुर वाणी में ज्ञानयुक्त भावमयी कथा का रसास्वादन करा रही हैं।
इसी कड़ी में आज 17 मार्च छठवे दिवस कथा में बताया कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी। रुक्मणी ने जब देवर्षि नारद के मुख से श्रीकृष्ण के रूप, सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी तो उसने मन ही मन श्रीकृष्ण से विवाह करने का निश्चय किया। रुक्मणी का बड़ा भाई रुक्मी श्रीकृष्ण से शत्रुता रखता था और अपनी बहन का विवाह चेदिनरेश राजा दमघोष के पुत्र शिशुपाल से कराना चाहता था। रुक्मणी को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने एक ब्राह्मण संदेशवाहक द्वारा श्रीकृष्ण के पास अपना परिणय संदेश भिजवाया।

तब श्रीकृष्ण विदर्भ देश की नगरी कुंडीनपुर पहुंचे और वहां बारात लेकर आए शिशुपाल व उसके मित्र राजाओं शाल्व, जरासंध, दंतवक्त्र, विदु रथ और पौंडरक को युद्ध में परास्त करके रुक्मणी का उनकी इच्छा से हरण कर लाए। वे द्वारिकापुरी आ ही रहे थे कि उनका मार्ग रुक्मी ने रोक लिया और कृष्ण को युद्ध के लिए ललकारा। तब युद्ध में श्रीकृष्ण व बलराम ने रुक्मी को पराजित करके दंडित किया। तत्पश्चात श्रीकृष्ण ने द्वारिका में अपने संबंधियों के समक्ष रुक्मणी से विवाह किया। वही सलीस मैके पर
विधानसभा बिलाईगढ़ क्षेत्र के विकास पुरुष, सात्विक उच्च विचार के धनी, लोकप्रिय जननायक मान. चंद्रदेव प्रसाद राय गुरु जी पूर्व संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन, पूर्व विधायक जी हुए शामिल शामिल हुए। माननीय चंद्रदेव राय जी ने क्षेत्र के खुशहाली सुख शांति समृद्धि के लिए श्रीमद् भागवत महापुराण से प्रार्थना की।

मान. राय जी ने कहा कि महापुराण श्रीमद्
भागवत कथा सुनने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास होता है और भगवान के प्रति भक्ति गहरी होती है ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति होती है, जो व्यक्ति को प्रभु की शरण में ले जाता है। मन और मस्तिष्क की शुद्धि होती है। और वातावरण में भी सकारात्मकता आती है। भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ माना गया है और कथा सुनने से आत्मा को मोक्ष का मार्ग मिलता है। रोग-शोक और पारिवारिक अशांति का निवारण भागवत कथा सुनने से रोग, शोक और पारिवारिक अशांति दूर होती है। आर्थिक समृद्धि और खुशहाली आती है, अभिमान मिटता है भाग्य का उदय होता है। भाग्य जागता है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं। कथा सुनने आये माता बहने सभी संतो का दर्शन पाकर मेरे जीवन धन्य हो गए और और आप सभी को पुनः धन्यवाद साधुवाद ज्ञापित करता हूं।

इस मैके पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भागवत साहू जी, विधायक प्रतिनिधि हेमंत दुबे जी, डॉक्टर परमानंद साहू जी, उपाध्यक्ष नगर पंचायत पवनी नंदू साहू जी , झुमुक साहू जी, संतोष राकेश जी, रिंकू गुप्ता जी, केशव साहू जी आदि शामिल थे

ततपश्चात त्रिलोकी साहू ने आभार ब्यक्त करते कहा कि मेरे नेता पूर्व संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक बिलाईगढ़ आदरणीय चंद्रदेव राय जी हमारे घर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ मे शामिल हुए एवं साथ में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मेरे बड़े भईया भागवत साहू जी समस्त अतिथियों का आभार धन्यवाद ब्यक्त किया।

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