वीर बाल दिवस पर महाविद्यालय बिलाईगढ़ में हुआ भाषण व निबंध प्रतियोगिता एवं अतिथि व्याख्यान।

बिलाईगढ़– शासकीय शहीद वीर नारायण सिंह महाविद्यालय बिलाईगढ़ में वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस पुण्य अवसर पर अतिथि व्याख्यान हेतु रमाकांत झा (सेवानिवृत्त प्राचार्य, जनजातीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलौदाबाजार) को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती एवं दशमेश गुरु गोविन्द सिंह जी के वीर बलिदानी पुत्रों के तैल चित्रों पर पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। अतिथियों के स्वागत के पश्चात भाषण प्रतियोगिता आरम्भ की गई जिसमें प्रथम स्थान बीएससी बायो अंतिम वर्ष के छात्र अमन राकेश एवं द्वितीय स्थान पर बीएससी गणित अंतिम वर्ष के छात्र लेविसभान ने प्राप्त किया। मुख्यवक्ता रमाकांत झा ने अपने वक्तव्य में वीर बाल दिवस को मनाए जाने के महत्व पर प्रकाश डाला और लव-कुश, भक्त प्रहलाद एवं नचिकेता का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत के इतिहास में ऐसे अनेक वीर बालक हुए जिन्होंने राष्ट्र, धर्म एवं समाज के लिए अपने प्राणों की चिंता किए बिना अपने शत्रु से दृढ़तापूर्वक सामना किया। उन्होंने बताया कि इन बालकों की वीरता एवं अडिगता के पीछे मुख्य कारण इनकी माताओं के द्वारा दिए गए संस्कार हैं। संस्था के प्राचार्य डॉ उमाकांत मिश्र ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में शीतकालीन अवकाश होने पर भी महाविद्यालय में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों एवं शैक्षणिक स्टाफ की गहरी प्रशंसा की, साथ ही मुख्यवक्ता के रूप में उपस्थित हुए झा सर के लिए सहृदय धन्यवाद ज्ञापित किया। अंत में कार्यक्रम का संचालन कर रहे पंकज साहू (सहा प्राध्यापक भूगोल) ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सुनीता विक्रम कोशले (सहा प्राध्यापक हिंदी), अशोक मल्होत्रा (अति ग्रंथपाल), नरेंद्र राकेश (ज भा शि भूगोल) तथा एन एस एस के स्वयं सेवकों में ब्यास नारायण, रिंकी राकेश, गुरूदेव एवं अन्य कार्यालयीन स्टाफ उपस्थित रहे।