क्राइम

(हाईप्रोफाइल मामला) धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी एवं साथी अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर। सरसींवा पुलिस नही कस पा रही शिकंजा। डबल मनी गेम मामले का कोई भी सुराग नही जुटा पाई पुलिस। मुख्य आरोपी ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों नाम पर बनाई है अरबों की अचल संम्पत्ति। मुख्य आरोपी के फरार होने बावजूद एजेंटों के माध्यम से पैसों के लेनदेन की मिल रही जानकारी ।

बिलाईगढ़ – सारंगढ बिलाईगढ़ जिले के सरसींवा तहसील क्षेत्र के समीपस्थ ग्राम रायकोना में शिवा साहू नामक युवक द्वारा पैसे डबल करने के खेल की चर्चा पूरे प्रदेश में गूंज रहा है । यह युवक 30 फीसदी ब्याज और पैसे डबल करने की स्कीम दिखा कर शासन प्रशासन के नाक के नीचे विगत एक वर्ष से अपने गांव में ही अपने निजी मकान पर अपना निजी दफ्तर खोल रोज खुलेआम करोड़ो रुपयों का लेनदेन करता रहा जिसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को भली भांति रही होगी पर किसी ने कभी शिकायत नही की तो प्रशासन भी मूकदर्शक बनी बैठी रही। वही क्षेत्र के सैकड़ो गांव के ग्रामीणों ने लालच में आकर किसी ने अपनी जमीन बेचकर तो किसी ने कर्ज लेकर तो किसी ने अपने सोने के आभूषणों को गिरवी रखकर अपने जीवन की गाढ़ी कमाई इस स्कीम में लगा दी ।
इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब 23 फरवरी को सक्ति निवासी सौरभ अग्रवाल, दीपक अग्रवाल सरिया, तरुण सोनी खरसिया तथा कमल प्रधान कंचनपुर के द्वारा सरसींवा पुलिस थाना में शिकायत किया गया कि ग्राम रायकोना निवासी शिवा साहू ने पैसा डबल करने की बात कहकर 2 करोड़ लिया है तथा पैसे वापस देने में आनाकानी कर रहा है। इस शिकायत के आधार पर सरसीवां पुलिस ने रायकोना निवासी शिवा साहू को पूछताछ के लिये सरसीवां थाना तलब किया। किन्तु शिवा के साथ-साथ रायकोना गांव के आस-पास के रहवासियो सहित सरसीवां अंचल से काफी मात्रा ने ग्रामीण सरसीवां थाना पहुंच गये। बताया जा रहा है कि ट्रेक्टरो मे सवार होकर रात को 11 बजे सरसीवां थाना पहुंचकर भीड़ ने थाना मे जमकर उत्पात मचाया। रायकोना निवासी शिवा के खिलाफ फर्जी शिकायत करने का दावा करते हुए एकाएक भीड़ ने सरसीवां थाना के अंदर पहुंचकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। इस घटना से हतप्रभ सरसीवां पुलिस ने तत्काल मामले की सूचना अन्य थानो और पुलिस के उच्चाधिकारियो को प्रदान किया जहा पर तत्काल पुलिस बल और डीएसपी मनीष कंवर एवं अन्य उच्चाधिकारी सरसीवां थाना पहुंचे और मामला को शांत कराने मे लगे रहे। मौके पर उपस्थिति प्रत्यदर्शियो ने बताया कि शिकायतकर्ताओ और शिवा के बीच मौके पर ही जमकर बहस-बाजी हुआ और पैसे के लेन-देन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप हुआ। वही इस बीच भीड़ सरसीवां थाना परिसर मे घुसकर नारेबाजी शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस के उच्चाधिकारियो के हस्तक्षेप से व्यवस्था को नियंत्रित किया गया। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ताओ के चारपहिया वाहन के चक्को से हवा भी भीड़़ के द्वारा निकाल दिया गया और उनको भी देख लेने की धमकी दिया गया। इस बीच शिकायत और पैसे को लेकर माहौल काफी गर्म चला। इस संबंध में पुलिस अधिकारी डीएसपी मनीष कंवर ने बताया भी था कि पूरे मामले की जांच चल रही है और पूरे मामले से उच्चाधिकारियो को अवगत करा दिया गया है। जिसके उपरांत हफ्तों बीत जाने पश्चात जब पुलिस विभाग ने जब समाचार पत्रों में उक्त मामले को प्राथमिकता पूर्वक प्रकाशित किया जब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में खबरे चलने लगी तब जाकर दबाव बन पाया और अन्ततः विभाग की नींद खुली और विभाग ने शिवा साहू और उसके कुछ साथियों के नाम 09.03.2024 को धारा 406,409,420,34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया और कार्यवाही शुरू की जिसमे मुख्य आरोपी शिवा साहू के एक एजेंट आरोपी वृन्दा साहू निवासी जैजेपुर से पूछताछ किया जिन्होने जैजेपुर के आस पास के लोगों से मुख्य आरोपी शिवा साहू निवासी रायकोना के शेयर मार्केट क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाने पर प्रतिमाह 30 प्रतिशत अतिरिक्त राशि देने व 08 माह पूर्ण हो जाने पर रकम दोगुना करने का लालच देकर धोखाधड़ी किये करीब 04 करोड रूपये को मुख्य आरोपी शिवा साहू के एक्सीस बैंक एवं आईडीएफसी बैंक खाता में जमा करना एवं कमीशन के तौर पर 30 प्रतिशत राशि प्राप्त करना साथ ही कमीशन से प्राप्त रकम में से हुण्डई कार खरीदना एवं रकम ट्रांजेक्शन का हिसाब किताब अपने मोबाईल में स्वीकार किया । उक्त आरोपी को सबंधित प्रकरण में पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने पर विधिअनुरूप गिरफ्तार कर न्यायालय न्यायिक रिमाण्ड पर पेश कर उप जेल सारंगढ़ दाखिल किया गया है। वही आरोपी से घटना में उपयोग लाये मोबाईल जप्त किया गया है। गौरतलब है कि इतना गंभीर और हाईप्रोफाइल मामला होने के बाद भी पुलिस विभाग की भूमिका अभी तक संदिग्ध ही नजर आती है कारण यह है कि जब 9 मार्च को एफआईआर दर्ज होने उपरांत तत्काल पुलिस यदि एक्शन लेना चाहती तो अन्य आरोपियों को फरार होने का मौका नही मिल पाता । सारे तथ्यों को देखा जाए तो शिवा को कही न कही से संरक्षण प्राप्त होने का भी अंदेशा लगता है ।
शिवा के इस पैसे लेनदेन के कारोबार का रहस्य अब तक अंधेरे के गर्भ में दफ़्न है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस दिन एफ आई आर दर्ज की गई उसी दिन शिवा साहू द्वारा शाम को पुनः चार नई कीमती लग्जरी गाड़िया लाई गई थी वही उन्ही लग्जरी गाड़ियों में से एक काले कलर की सोल्ड हुंडई वेरना कार में रविवार को सरसींवा क्षेत्र में बिना भय के खुलेआम घूमते देखा गया था । जहाँ सोमवार को भी लंकहूडा ग्राम के पास किसी कथित महिला साथी के नाम पर करोड़ो की जमीन की रजिस्ट्री हुई । और आरोपी फरार होने बावजूद एजेंट और अपने सरसींवा और रायकोना के सबसे खास दोस्तों के माध्यम से रोज खुले आम रकम लेनदेन की भी चर्चा जोरों पर है । सूत्र तो ये भी बताते है कि इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड शिवा साहू बिलासपुर में खुलेआम घूम रहा और अपने बचाव का विकल्प तलास रहा वही अग्रिम जमानत हेतु वकीलों से सलाह मशवरा कर रहा । समस्त तथ्यों की जानकारी बावजूद मुख्य आरोपी शिवा साहू एवं उसके साथी मिथलेश साहू,सूर्यकांत साहू,झगेस साहू, अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है या यूँ कहे कि विभाग उन्हें बचने का मौका देने में लगी हुई है । अब शिवा के अंधेरे में दफ़्न रहस्य से पर्दा उठने का बेसब्री से इंतजार केवल क्षेत्रवासियों को ही नही वरन पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश को है । बरहाल आगे देखना होगा कि क्या शिवा साहू द्वारा अपने साथियों , रिश्तेदारों और कथित महिला साथी के नाम पर बनाये गए अरबो के साम्राज्य पर प्रशासन क्या जांच और कार्यवाही कर पाती है ? लोगो के डूबे हुए करोड़ों रुपयो की राशि क्या वापस मिल पाती है? क्या पैसे लेनदेन और डबल मनी गेम का अंत यही पर हो जाएगा या आगे और भी बड़ा रूप ले लेगा ?

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