पूर्व कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया शिवरीनारायण धाम पहुंचे। किसानों ने हो रही धान बेचने की ज्वलंत समस्या से अवगत कराया।

बिलाईगढ़ -छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया कल एक दिवसीय प्रवास पर शिवरीनारायण धाम पहुंचकर यहां के मंदिर में आयोजित राम कथा महोत्सव में कार्यकर्ताओं सहित शामिल होकर आशीर्वाद लिए। प्राप्त समाचार के अनुसार छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व कैबिनेट मंत्री माननीय डॉक्टर शिवकुमार डहरिया शुक्रवार को बिलासपुर न्यायधानी होते हुए शिवरीनारायण धाम में आयोजित राम कथा महोत्सव में कार्यकर्ताओं सहित शामिल होकर आशीर्वाद लिए ज्ञात हो कि यहां शिवरीनारायण मंदिर में अवधनगरी के आचार्य रत्नेश प्रपन्नाचार्य जी के मुखारविंद से राम कथा महोत्सव गत सप्ताह भर से अनवरत जारी है जहां प्रदेश भर से श्रद्धालुगण बड़े तादाद में राम कथा का रसपान कर पुण्य के भागी बन रहे हैं ।
इस अवसर पर मठाधीश गौ आयोग के पूर्व अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास जी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री डहरिया को भगवान शिवरीनारायण के विशाल फोटो फ्रेम भेंट किया तथा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किये।
तत्पश्चात नगर पंचायत शिवरीनारायण के उपाध्यक्ष राजेंद्र यादव के यहां होटल श्री कुंज में आयोजित वैवाहिक समारोह में शिरकत कर आशीर्वाद प्रदान किये। तत्पश्चात गिधौरी के अन्नपूर्णा होटल में प्रतीक्षारत कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं किसानों ने मंत्री जी का स्वागत करते हुए अपने बीच पाकर खुशी का इजहार किया ,कार्यकर्ताओं एवं किसानों ने प्रदेश की ज्वलंत समस्या किसानों को हो रही धान बेचने में परेशानियों के अनेक बिंदुओं से मंत्री जी को अवगत कराया तथा छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को याद करते हुए सभी ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को स्वर्णिम कार्यकाल माना तथा आगामी भविष्य को देखते हुए कई तरह की अटकलें एवं संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा किया गया ।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से मठाधीश रामसुंदर दास महंत जी, सुखरामदास जी, वरिष्ठ नेता निरंजन अग्रवाल, छत्रसाल साहू ,हेमंत दुबे, मनोज तिवारी ,अंजनी तिवारी, पुनेंद्र तिवारी ,राजेंद्र यादव ,राघवेंद्र सिंह, नवल सिंह ठाकुर ,हर प्रसाद साहू ,संदीप अग्रवाल ,ताराचंद देवांगन, रामगोपाल साहू, रामशंकर साहू ,ब्लॉक अध्यक्ष युधिष्ठिर नायक ,जान मोहम्मद ,धनीराम नाग, भूरवाराम गोड, पूनूराम बंजारे, सुखीराम वर्मा, दिनेश देवांगन, शैलेंद्र देवांगन के अलावा अनेक लोग मौजूद रहे ।