सामाजिक

हर्षोल्लास के साथ मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस

पारम्परिक वेशभूषा में पहुंचे मूल निवासी

बलौदाबाजार – कलेक्टोरेट परिसर में शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर श्री दीपक सोनी तथा आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने बड़ा देव की पूजा- अर्चना किया तथा शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। कार्यक्रम में आदिवासी समाज के लोग पारम्परिक परिधान एवं वेश- भूषा के साथ शामिल हुए। इस दौरान मल्लखम्भ प्रशिक्षण के 20 प्रतिभागियों को ड्रेस किट का वितरण किया गया। इसके साथ ही निःशुल्क पौधा वितरण भी किया गया।

कलेक्टर श्री सोनी ने विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि ऐसे अवसर एक दूसरे के साथ जुडने व जानने समझने के लिए होता है। एक दूसरे से जुड़ेंगे तो समाज के बारे में जानकारी मिलेगी, समस्या या सुझाव मिलेंगे जिससे समाज की बेहतरी के लिए रास्ते निकलेंगे। उन्होंने कहा कि अपनी समस्या या बात रखने में संकोच न हो। अपनी बोली भाषा में भी बिना झिझक के समस्या या सुझाव के बारे में बता सकते हैं। समाज के विकास के लिए नवाचार पहल होनी चाहिए जिससे प्रशासन के सहयोग से आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में मल्लखम्ब खेल प्रशिकण की शुरुआत हुई है। जिला प्रशासन द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से हुनर तराशने का प्रयास किया जा रहा है।

सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष श्री भूपेंद्र ध्रुवंशी ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस सभी मूल निवासियों के लिए गौरव का दिन है। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस घोषित किया है।आदिवासियों को प्रकृति के सान्निध्य में जीवन यापन करने का सौभाग्य मिला है।हमें सांवैधानिक अधिकार भी दिए गए हैं।इन अधिकारों के तहत हमें अपने समाज को आगे ले जाना है।

इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुश्री दिव्या अग्रवाल, अपर कलेक्टर सुश्री दीप्ति गौते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हेमसागर सिदार, संयुक्त कलेक्टर श्री बी.आर. ध्रुव, श्री मिथलेश डोंडे, एसडीओपी श्रीमती निधि नाग,सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री लोकेश्वर पटेल, डॉ. एस. एल. ध्रुव,सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश ध्रुव, टेक सिंह ध्रुव, कामेश मंडावी, अंजू नेताम,भानु ध्रुव,मनोहर मण्डावी सहित अन्य पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में सामाजिकजन,अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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